बिलासपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवरतन शर्मा का कहना है कि कांग्रेस देश के संवैधानिक संस्थाओं और केंद्रीय जांच एजेंसियों पर उंगली उठाकर लोगों को दिग्भ्रमित कर रही है। जबकि देश के सर्वोच्च न्यायालय और हाईकोर्ट ने गिरफ्तार अधिकारियों की जमानत आवेदन बार बार खारिज कर रही है। जमानत आवेदन का खारिज होना ये साबित कर रहा है की जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वो लोग अपराधी है।

भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता शिवरतन शर्मा ने भाजपा कार्यालय में प्रेस कान्फ्रेस के दौरान कहा की 22 अगस्त को कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन करते हुए केंद्रीय जांच एजेंसियों पर गंभीर आरोप लगाए है। कांग्रेस का आरोप है कि कांग्रेस के नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है। जबकि वास्तविकता ये है क्क या एउI ने जितनी भी कार्रवाई की है किसी में भी आरोपियों को जमानत नहीं मिल रही है। कोयला घोटाला में सौम्या चौरसिया, रानू साहू और समीर विश्नोई को गिरफ्तार किया गया था। सभी दो ढाई साल से जेल में है। इसी तरह शराब घोटाले में अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर, एपी त्रिपाठी जेल में है। ये सभी लोग पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेहद करीबी अधिकारी रहे है। सबने जमानत के लिए कई बार आवेदन लगाए। लेकिन कोर्ट इन्हे जमानत नहीं दे रही है। अभी कोयला और शराब घोटाला के आरोपियों ने हाईकोर्ट में 13 याचिका लगाए थे और क्क, इएउ, क्ग्ड ने जितने भी एफआईआर दर्ज की है ,उसे निरस्त करने की मांग की थी। कोर्ट ने सभी याचिका को निरस्त कर दिया और अपने आदेश में कहा है कि सभी आरोपी संगठित होकर घोटाले को अंजाम दे रहे थे। संगठित अपराध किया जा रहा था। ऐसे में कांग्रेस द्बारा केंद्रीय जांच एजेंसियों पर सवाल खड़ा करना या उन्हे टारगेट करना उनकी हताशा को साबित कर रहा है। जब श्री शर्मा से महादेव सट्टा एप के चलान से पुलिस अधिकारियों का नाम गायब करने पर ध्यान दिलाया गया तो उन्होंने कहा जल्द ही सट्टा एप में एक बड़ी कार्रवाई सामने आएगी। आपको बता दे की क्क के क्कIट में अन्य आरोपियों के आलय 5० से अधिक पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के भी नाम है। लेकिन क्क ने कोर्ट में जो चलान पेश किया है उसमे किसी भी पुलिस अधिकारी कर्मचारी का नाम नहीं है।